Sukanya Samriddhi Yojana age limit : सुकन्या समृद्धि खाता
सुकन्या समृद्धि खाता भारत सरकार की एक बचत योजना है, जो खासकर बेटियों के भविष्य के लिए बनाई गई है। यह खाता सरकार की बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत आता है, और इसका उद्देश्य बेटियों के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना के जरिए माता-पिता अपनी बेटी के नाम पर खाता खोल सकते हैं और उसकी शिक्षा एवं विवाह के लिए धन संचय कर सकते हैं। Account Sukanya Samriddhi Yojana age limit
सुकन्या समृद्धि खाता के लाभ:
- उच्च ब्याज दर: यह खाता सामान्य बचत खातों की तुलना में बेहतर ब्याज दर प्रदान करता है, जो सरकार द्वारा समय-समय पर तय की जाती है। वर्तमान में यह ब्याज दर लगभग 8% से 9% के बीच होती है।
- कर लाभ: इस खाते में जमा की गई राशि पर आयकर में छूट मिलती है। धारा 80C के अंतर्गत आप 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स छूट का लाभ उठा सकते हैं। साथ ही, खाते की परिपक्वता पर मिलने वाली राशि भी टैक्स-फ्री होती है।
- परिपक्वता पर पूरी राशि: खाता बेटी के 21 वर्ष की आयु में परिपक्व होता है। इस दौरान पूरी राशि, जिसमें ब्याज भी शामिल है, कर-मुक्त होती है।
- आंशिक निकासी की सुविधा: बेटी के 18 वर्ष की आयु पूरी होने के बाद, उसकी उच्च शिक्षा या विवाह के लिए आप खाता से 50% तक की राशि आंशिक रूप से निकाल सकते हैं।
Sukanya Samriddhi Yojana age limit
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खोलने के लिए आयु सीमा निर्धारित की गई है:
- खाता बेटी के जन्म से लेकर 10 साल की उम्र तक ही खोला जा सकता है।
इसका मतलब है कि बेटी के जन्म के समय से लेकर जब तक वह 10 साल की नहीं हो जाती, तब तक आप सुकन्या समृद्धि खाता खोल सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि खाता कैसे खोलें?
- खाता कहां खोला जा सकता है?
सुकन्या समृद्धि खाता किसी भी डाकघर या सरकारी मान्यता प्राप्त बैंक (जैसे SBI, PNB, HDFC, ICICI आदि) में खोला जा सकता है। - आवश्यक दस्तावेज़:
- बेटी का जन्म प्रमाणपत्र
- माता-पिता या अभिभावक का पहचान पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड)
- निवास प्रमाण पत्र (राशन कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट)
- खाता खोलने के लिए पात्रता:
- बेटी के जन्म के समय से लेकर उसकी 10 साल की उम्र तक खाता खोला जा सकता है।
- एक परिवार में अधिकतम दो बेटियों के लिए खाते खोले जा सकते हैं। हालांकि, अगर दूसरी बार जुड़वां बेटियां हों, तो तीन बेटियों का खाता खोला जा सकता है।
जमा राशि और खाता प्रबंधन:
- न्यूनतम जमा राशि: खाता खोलने के लिए और उसे चालू रखने के लिए हर साल कम से कम 250 रुपये जमा करना अनिवार्य है।
- अधिकतम जमा राशि: एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा किए जा सकते हैं।
- जमा करने की अवधि: खाता खोलने के बाद 15 वर्षों तक इसमें पैसा जमा किया जा सकता है। परिपक्वता के बाद खाते से निकासी की जा सकती है।
खाता परिपक्वता और निकासी:
- परिपक्वता: सुकन्या समृद्धि खाता बेटी के 21 वर्ष की आयु में परिपक्व होता है। इस समय पूरी जमा राशि और ब्याज वापस मिल जाते हैं।
- आंशिक निकासी: बेटी के 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर उसकी उच्च शिक्षा या विवाह के लिए खाते से आंशिक निकासी (50%) की जा सकती है।
सुकन्या समृद्धि खाते से जुड़े प्रमुख बिंदु:
- ब्याज दर: खाते पर मिलने वाली ब्याज दर सरकार द्वारा हर तिमाही निर्धारित की जाती है और यह अन्य योजनाओं की तुलना में अधिक होती है।
- नियमित जमा: खाते को सक्रिय रखने के लिए हर वर्ष न्यूनतम 250 रुपये जमा करना आवश्यक है। यदि किसी वर्ष न्यूनतम राशि जमा नहीं की जाती, तो खाता निष्क्रिय हो जाएगा, और इसे फिर से चालू करने के लिए 50 रुपये का जुर्माना देना होगा।
- परिपक्वता पर निकासी: बेटी के 21 वर्ष की आयु में खाता बंद कर दिया जाता है, और जमा राशि वापस कर दी जाती है।
निष्कर्ष:
सुकन्या समृद्धि खाता बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने और उनकी शिक्षा एवं विवाह के लिए आवश्यक वित्तीय साधन प्रदान करने का एक बेहतरीन तरीका है। यह योजना न केवल बचत को प्रोत्साहित करती है, बल्कि कर लाभ भी प्रदान करती है, जिससे माता-पिता को अपनी बेटी के भविष्य के लिए धन संचय करने में सहायता मिलती है। यदि आपकी बेटी 10 वर्ष से कम उम्र की है, तो आप यह खाता खोलकर उसके भविष्य के लिए एक मजबूत वित्तीय आधार बना सकते हैं। Sukanya Samriddhi Yojana age limit
खाता कहाँ खुलवा सकते हैं?
सुकन्या समृद्धि खाता आप किसी भी नजदीकी डाकघर या सरकारी मान्यता प्राप्त बैंक में खुलवा सकते हैं। कुछ प्रमुख बैंक जहां आप यह खाता खुलवा सकते हैं, उनमें शामिल हैं:
- भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
- हिन्दुस्तान बैंक (HDFC)
- आईसीआईसीआई बैंक (ICICI)
- बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB)
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
इनमें से किसी भी बैंक या डाकघर में जाकर आप आवश्यक दस्तावेज़ जमा करके सुकन्या समृद्धि खाता आसानी से खोल सकते हैं।