Atal Pension Yojana 2024
अटल पेंशन योजना (APY) Atal Pension Yojana भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण सामाजिक सुरक्षा योजना है, जिसे 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को सेवानिवृत्ति के बाद एक निश्चित पेंशन प्रदान करना है। यह योजना खासकर गरीब और निम्न मध्यम वर्ग के लिए बनाई गई है, ताकि वे अपनी वृद्धावस्था में वित्तीय रूप से सुरक्षित रह सकें।
अटल पेंशन योजना के मुख्य बिंदु:
- उम्र सीमा: इस योजना में 18 से 40 वर्ष के बीच के लोग शामिल हो सकते हैं।
- नियमित योगदान: इसमें शामिल होने वाले व्यक्ति को 60 वर्ष की उम्र तक नियमित रूप से मासिक, त्रैमासिक, या वार्षिक अंशदान करना होता है। अंशदान की राशि उम्र और चयनित पेंशन के अनुसार भिन्न होती है।
- पेंशन राशि: 60 साल की उम्र के बाद व्यक्ति को प्रति माह 1,000 से 5,000 रुपये तक की पेंशन मिलती है। पेंशन की राशि व्यक्ति द्वारा किए गए अंशदान और उम्र पर निर्भर करती है।
- सरकारी योगदान: अगर व्यक्ति करदाता नहीं है और उसने अटल पेंशन योजना में नामांकन किया है, तो सरकार पहले 5 सालों तक अंशदान का 50% या 1,000 रुपये (जो भी कम हो) का योगदान करती है।
- नामांकन प्रक्रिया: अटल पेंशन योजना में नामांकन करने के लिए किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस की शाखा में जाकर आवेदन किया जा सकता है। आधार कार्ड और बैंक खाते से लिंक मोबाइल नंबर आवश्यक होता है।
- कर लाभ: अटल पेंशन योजना के तहत किए गए अंशदान पर आयकर अधिनियम 80CCD के तहत कर लाभ भी मिलता है।
अटल पेंशन योजना (ऐपीवाय) : भूमिका
- अटल पेंशन योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक सामाजिक सुरक्षा योजना है, जिसका लक्ष्य भारत के सभी नागरिकों को 60 वर्ष की आयु के बाद एक निर्बाध आय उपलब्ध कराना है. यह राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) के फ्रेमवर्क पर आधारित है. अभिदाताओं को शाखा द्वारा तत्काल स्थायी सेवानिवृत्ति खाता संख्या (प्राण) उपलब्ध करा दी जाएगी.
- अटल पेंशन योजना के अंतर्गत अभिदाताओं के पास सारणी में नीचे दिए मासिक अंशदान के अनुसार भुगतान करके रू. 1000/-, रू. 2000/-, रू. 3000/-, रू. 4000/- तथा रू. 5000/- की निर्धारित मासिक पेंशन प्राप्त करने के विकल्प हैः
प्रवेश पर आयु | अंशदान के वर्ष | रू. 1000/-की मासिक पेंशन | रू. 2000/-की मासिक पेंशन | रू. 3000/-की मासिक पेंशन | रू. 4000/-की मासिक पेंशन | रू. 5000/-की मासिक पेंशन |
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18 | 42 | 42 | 84 | 126 | 168 | 210 |
19 | 41 | 46 | 92 | 138 | 183 | 228 |
20 | 40 | 50 | 100 | 150 | 198 | 248 |
21 | 39 | 54 | 108 | 162 | 215 | 269 |
22 | 38 | 59 | 117 | 177 | 234 | 292 |
23 | 37 | 64 | 127 | 192 | 254 | 318 |
24 | 36 | 70 | 139 | 208 | 277 | 346 |
25 | 35 | 76 | 151 | 226 | 301 | 376 |
26 | 34 | 82 | 164 | 246 | 327 | 409 |
27 | 33 | 90 | 178 | 268 | 356 | 446 |
28 | 32 | 97 | 194 | 292 | 388 | 485 |
29 | 31 | 106 | 212 | 318 | 423 | 529 |
30 | 30 | 116 | 231 | 347 | 462 | 577 |
31 | 29 | 126 | 252 | 379 | 504 | 630 |
32 | 28 | 138 | 276 | 414 | 551 | 689 |
33 | 27 | 151 | 302 | 453 | 602 | 752 |
34 | 26 | 165 | 330 | 495 | 659 | 824 |
35 | 25 | 181 | 362 | 543 | 722 | 902 |
36 | 24 | 198 | 396 | 594 | 792 | 990 |
37 | 23 | 218 | 436 | 654 | 870 | 1087 |
38 | 22 | 240 | 480 | 720 | 957 | 1196 |
39 | 21 | 264 | 528 | 792 | 1054 | 1318 |
40 | 20 | 291 | 582 | 873 | 1164 | 1454 |
- जो अभिदाता इस योजना से 31 दिसंबर, 2015 से पहले जुड़े हैं, और किसी वैधानिक सामाजिक योजना के सदस्य नहीं है और आय करदाता नहीं है. उन अभिदाताओं के खाते में केन्द्र सरकार कुल वार्षिक अंशदान का 50% या रू. 1000/- प्रति वर्ष, जो भी कम होगा सह-अंशदान रूप में 5 वर्ष की अवधि के लिए डालेगी और
- अटल पेंशन योजना से कम आयु में जुड़ने वाले अभिदाताओं की तुलना में अधिक आयु के अभिदाताओं को उक्त सारणी में दिए अनुसार कम मासिक अंशदान राशि का भुगतान करना पड़ता है.
- हमारे एनपीएस- लाइट स्वावलंबन अभिदाता, यदि पात्र हो, अर्थात् 18 से 40 वर्ष की आयु के बीच हो, तो अटल पेंशन योजना पंजीकरण फॉर्म भरकर मौजूदा स्वावलंबन अभिदाता से अटल पेंशन योजना में स्थानांतरित हो सकते है.
- नामांकन सुविधा उपलब्ध है..
- अटल पेंशन योजना में परिपक्वता से पहले बाहर निकलने की स्वीकृति नहीं है. तथापि, यह केवल असाधारण परिस्थितियों अर्थात् लाभार्थी की गंभीर बिमारी के कारण मृत्यु के मामले में मंजूर किया जाएगा.
अटल पेंशन योजना के लाभ:
- वित्तीय सुरक्षा: इस योजना से वृद्धावस्था में नियमित आय प्राप्त होती है, जिससे वित्तीय सुरक्षा मिलती है।
- सरकारी समर्थन: सरकार के अंशदान के कारण यह योजना और भी लाभकारी हो जाती है।
- सुविधाजनक प्रक्रिया: पेंशन योजना में आसानी से नामांकन किया जा सकता है और बैंक खाते से सीधे अंशदान किया जाता है।
अटल पेंशन योजना (APY) Atal Pension Yojana के तहत निम्नलिखित प्रमुख लाभ प्राप्त होते हैं:
- वृद्धावस्था में पेंशन: योजना के अंतर्गत 60 वर्ष की आयु के बाद 1,000 से 5,000 रुपये प्रति माह तक की पेंशन प्राप्त होती है, जो व्यक्ति द्वारा किए गए अंशदान और चुनी गई योजना पर निर्भर करती है। यह पेंशन जीवनभर के लिए मिलती है, जिससे वृद्धावस्था में वित्तीय सुरक्षा मिलती है।
- सरकारी योगदान: जो व्यक्ति करदाता नहीं हैं, उन्हें पहले 5 वर्षों तक सरकार की ओर से योगदान मिलता है। यह सरकार की ओर से अंशदान का 50% या अधिकतम 1,000 रुपये प्रति वर्ष (जो भी कम हो) होता है, जो योजना को और आकर्षक बनाता है।
- असंगठित क्षेत्र के लिए मददगार: यह योजना खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं और जिनके पास पेंशन की कोई अन्य सुविधा नहीं होती।
- जोखिम रहित पेंशन: अटल पेंशन योजना एक निश्चित पेंशन योजना है, जिसका अर्थ है कि आपको एक निश्चित राशि पेंशन के रूप में मिलती है, चाहे बाजार के हालात कुछ भी हों।
- आसान अंशदान और ऑटो-डेबिट सुविधा: यह योजना आपके बैंक खाते से सीधे ऑटो-डेबिट के जरिए अंशदान लेती है, जिससे समय पर भुगतान करने में आसानी होती है।
- कर लाभ: अटल पेंशन योजना के तहत किए गए अंशदान पर आयकर अधिनियम 80CCD(1B) के तहत कर में छूट मिलती है, जिससे करदाताओं को अतिरिक्त फायदा होता है।
- परिवार को सुरक्षा: यदि किसी कारणवश पेंशनधारी की मृत्यु हो जाती है, तो उसका जीवनसाथी योजना के तहत पेंशन प्राप्त कर सकता है। यदि दोनों की मृत्यु हो जाती है, तो पेंशन का संपूर्ण राशि नामांकित व्यक्ति को मिलती है।
अटल पेंशन योजना का उद्देश्य वृद्धावस्था में आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना और लोगों को पेंशन सुरक्षा प्रदान करना है, खासकर असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए।
स्रोत: भारत सरकार अटल पेंशन योजना
निष्कर्ष
अटल पेंशन योजना उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है, जो असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं और अपनी वृद्धावस्था के लिए आर्थिक सुरक्षा की योजना बना रहे हैं। यह योजना वृद्धावस्था में पेंशन के रूप में वित्तीय स्थिरता प्रदान करती है और जीवन को सरल बनाती है।
सूत्र: भारत सरकार अटल पेंशन योजना